हिंदी सिनेमा की बड़ी एक्ट्रेस मानी जाने वाली कंगना रनाउत (Kangana Ranaut) आए दिन चर्चाओं में बनी रहती हैं. इसकी बड़ी वजह है उनके कई ऐसे बेबाक बयान जो सोशल मीडिया का ध्यान खींच लेते हैं. लेकिन, हाल ही में उनके एक बयान ने कंगना (Kangana Ranaut
Controversial Statement) को विवादों में घेर लिया है. कुछ दिन पहले ही कंगना रनाउत ने देश की आजादी को लेकर एक बयान दिया था, जिससे देश के कई हिस्सों में रोष देखने को मिल रहा है. वहीं, कांग्रेस पार्टी ने इसे सरकार पर हमलावर होने की एक और वजह बना लिया है. इसी बीच देहरादून में कंगना के पुतले भी फूंके गए हैं.
पद्मश्री पुरस्कार वापस करने की मांग
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से कंगना रनाउत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है. पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिस तरह से कंगना ने यह बयान दिया है, ऐसे में उनसे पद्म श्री पुरस्कार वापस ले लेना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.
कानपुर में भी फूंके गए कंगना के पुतले
इतना ही नहीं, उत्तराखंड के साथ उत्तर प्रदेश में भी कंगना रनाउत के विवादित बयान को लेकर जनता और राजनैतिक दलों के बीच उबाल आने लगा है. इसको लेकर कानपुर में कांग्रेसी नेताओं ने कंगना रनाउत का पुतला दहन कर अपना आक्रोश व्यक्त किया है. कांग्रेस पार्टी से विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी करिश्मा ठाकुर ने बताया कि फिल्म अभिनेत्री कंगना रनाउत कहती हैं कि हमको आजादी भीख में मिली है. देश की आजादी के लिए अपना बलिदान देने वाले बलिदानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है. महात्मा गांधी शहीद हो गए. क्या इसे भीख कहेंगे?
'जनता को करना चाहिए कंगना का बहिष्कार'
उनका कहना है कि कंगना रनाउत ने शहीदों का अपमान किया है. करिश्मा ठाकुर ने सरकार से मांग की है कि कंगना को दिया गया पद्मश्री उनसे वापस लिया जाए. इसके अलावा, करिश्मा ने कंगना को शर्मनाक अभिनेत्री बताते हुए कहा कि जनता को उनका बहिष्कार करना चाहिए.