उत्तराखड: गढ़वाल की समृद्ध लोकसंस्कृति का प्रतीक लोकपर्व इगास पर अब अवकाश होगा. प्रदेश सरकार ने इसकी घोषणा कर दी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने ट्ववीट कर इसकी जानकारी दी. इसे लेकर सोशल मीडिया में अभियान चलाया जा रहा था. हालांकि अभी इसका शासनादेश जारी नहीं हुआ है.
सीएम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इगास पर अवकाश की बात ट्विटर पर शेयर की है. खास बात है कि सीएम ने गढ़वाली में ट्वीट करते हुए लिखा-उत्तराखण्ड की समृद्ध लोकसंस्कृति कु प्रतीक लोकपर्व ‘इगास’ पर अब छुट्टी रालि। हमारू उद्देश्य च कि हम सब्बि ये त्यौहार तै बड़ा धूमधाम सै मनौ, अर हमारि नई पीढी भी हमारा पारंपरिक त्यौहारों से जुणि रौ.
14 नवंबर को है इगास का पर्व
बता दें कि 14 नवम्बर को है इगास का त्यौहार है और इस दिन भी लोग दीपावली की ही तरह इगास के पर्व को मनाते हैं, भैलु खेलते हैं. दरअसल पहाड़ में दीपावली यानी बग्वाल पर्व के 11 दिन बाद इगास पर्व या बूढ़ी दीपावली मनाने की परंपरा है. दीपावली के 11 दिन के बाद उत्तराखंड में इगास का पर्व मनाया जाता है. Igas को पहाड़ की संस्कृति के साथ साथ ऐतिहासिक तथ्यों से भी जोड़ा जाता है.
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